वैसे तो देखा जाए तो अनुवाद की परंपरा बहुत पुरानी है। शुरूआती दौर में अनुवाद कार्य व्यक्तिगत रुचि के लिए किया जाता था, परंतु बाद में धार्मिक ग्रंथो का अनुवाद बहुत तेजी से किया जाने लगा। चूँकि ज्ञान अर्जन के संबंध में मनुष्य की अपनी सीमाएँ हैं क्योंकि हर समाज की अपनी भाषा एवं संस्कृति होती है। लेकिन, समाज के विकास, सांस्कृतिक, व्यापरिक एवं राजनैतिक उद्देश्यों हेतु अनुवाद आवश्यक हो जाता है। आज के इस आधुनिक दौर में अनुवाद को विज्ञान के रूप में देखा जाने लगा है।
प्रत्येक देश अपने विकास के लिए ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में हुए शोध, सामाजिक, ऐतिहासिक, राजनैतिक एवं प्रशासकीय ज्ञान को अपनी भाषा में चाहता है जिसके लिए अन्य भाषाओं में उपलब्ध ज्ञान को अपनी भाषा में अनूदित करता है। आज विश्व के सभी देश एक-दूसरे से पहले से कहीं अधिक करीब आ चुके हैं। विभिन्न राष्ट्रों के मध्य आपसी व्यापार एवं संवाद में पूर्व से कहीं ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। इंटरनेट एवं संवाद के अन्य नवाचारी साधनों से आपसी संवाद में तीव्रता आई है। पहले से कहीं अधिक एक-दूसरे पर निर्भरता हो गई है; ऊर्जा के संसाधन किसी देश के पास है तो तकनीक में कोई अन्य देश विकसित है, कृषि में कोई और राष्ट्र आगे है तो कुशल मानव संसाधन की दृष्टि से कोई भिन्न देश समृद्ध है। इस प्रकार, हर राष्ट्र का अपना भौगोलिक-ऐतिहासिक, रणनीतिक, व्यापारिक एवं सामरिक महत्व है। इस स्थिति में विश्व के सभी देशों के मध्य आपसी संवाद का होना पहले से कहीं ज्यादा आवश्यक है। इसी कारण से अनुवाद की माँग तेजी से बढ़ रही है। हर राष्ट्र दूसरे राष्ट्र की सूचनाओं एवं ज्ञान सामग्री को अपनी भाषा में जानना-समझना चाहता है। मानव अनुवाद एक धीमी एवं अधिक समय लेने वाली प्रक्रिया है, अनुवाद की इस बढ़ती माँग को मानव अनुवाद पूरा करने में सक्षम नहीं है। इसलिए आज के इस तकनीकी दौर में लोग संगणक की ओर उन्मुख हुए हैं। अनुवाद कार्य मशीन द्वारा किए जाने लगा है क्योंकि मशीन द्वारा सैकड़ों पृष्ठ का अनुवाद कुछ ही समय में किया जा सकता है; जबकि मानव अनुवाद द्वारा यह संभव नहीं है। हालाँकि शुरूआती दौर में मशीनी अनुवाद का विकास विशेष उद्देश्य के लिए किया गया था, किंतु अब मशीनी अनुवाद का प्रयोग हर क्षेत्र में किया जाने लगा है। कृत्रिम मेधा (AI) के क्षेत्र में क्रांति आने के बाद मशीनी अनुवाद की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है और मशीनी अनुवाद को हर क्षेत्र जैसे – शिक्षा, व्यापार, राजनीति, राजनय आदि क्षेत्रों से जोड़े जाने लगा है।