मंगलवार, 14 फ़रवरी 2023

होम्स-टुरी मानचित्र का विवरण

 

होम्स-टुरी मानचित्र

जेम्स एस. होम्स (James Stratton Holmes) अमरीकन-डच कवि अनुवादक एवं अनुवाद चिंतक थे। इनका जन्म 2 मई 1924 को लोवा, संयुक्त राज्य अमरीका में हुआ एवं निधन 6 नवंबर 1986 को एम्स्टरडैम, नीदरलैंड में हुआ। उन्होंने अपनी रचनाओं एवं अनुवादों को कभी अपने वास्तविक नाम से या फिर कभी-कभी जिम होम्स (Jim Holmes) या जैकोब लोलैंड (Jacob Lowland) नाम से प्रकाशित करवाया । उन्हें सन 1956 में प्रतिष्ठित मर्तिनुस निजहोफ्फ़ (Martinus Nijhoff) अनुवाद सम्मान मिला । वे पहले गैर डच अनुवादक थे, जिन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया गया था । उनका मौलिक शोध आलेख ‘The name and nature of translation studies’ (अनुवाद अध्ययन का नाम एवं प्रकृति) पहली बार 1972 में प्रकाशित हुआ, जिसका बाद के वर्षों संशोधन-परिशोधन होता रहा । इस निबंध ने अनुवाद अध्ययन को एक विषय के रूप में परिभाषित, सुव्यवस्थित एवं प्रतिस्थापित करने का कार्य किया । इसे आम तौर पर अनुवाद अध्ययन के लिए संस्थापक वक्तव्य के रूप में स्वीकार किया जाता है ।

गिडियन टुरी (Gideon Toury) इजरायली अनुवाद चिंतक थे तथा वे तेल अवीव विश्वविद्यालय, इजरायल में काव्यशास्त्र, तुलनात्मक साहित्य और अनुवाद अध्ययन के प्रोफ़ेसर के रूप में कार्य किया । गिडियन टुरी (6 जून 1942 – 4 अक्टूबर 2016) को विवरणात्मक अनुवाद के पुरोधा एवं प्रवर्तकों में गिना जाता है । उनका शोध मुख्यतः अनुवाद के सिद्धांत और वर्णनात्मक अनुवाद अध्ययन पर केंद्रित रहा, जिसमें बाइबिल के हिब्रू अनुवाद के इतिहास पर विशेष ध्यान दिया गया। टुरी के अनुसार, निर्देशात्मक (Prescriptive) और वर्णनात्मक (Descriptive) दो प्रकार के अध्ययन होते हैं। निर्देशात्मक अभिगम का उद्देश्य उन नियमों को तैयार करना है, जिनका अनुसरण किसी दिए गए प्रकार के पाठ का निर्माण करने वाले किसी भी व्यक्ति द्वारा किया जाना चाहिए। यह सबसे उत्तम या सही समाधान खोजने पर केंद्रित हैं। वर्णनात्मक अभिगम उपलब्ध ग्रंथों को देखने और उनके द्वारा पालन किए जाने वाले नियमों का वर्णन करने के बारे में है। निर्देशात्मक अनुवाद अध्ययन हमें यह बताता है कि कैसा अनुवाद होना चाहिए और वर्णनात्मक अनुवाद अध्ययन हमें पूर्व में किए गए अनुवादों के आधार पर नियमों का वर्णन है। अधिकांश वैज्ञानिक अध्ययन वर्णनात्मक ही होते हैं। इनकी प्रसिद्ध रचना है : Descriptive Translation Studies - And Beyond (1995)

  होम्स-टुरी मानचित्र को जेम्स एस. होम्स एवं गिडियन टुरी का संयुक्त प्रयास कहा जा सकता है। जिस संकल्पना को होम्स ने अपने आलेख ‘The name and nature of translation studies’ में  बताने का प्रयास किया, उसे मानचित्र के रूप में और व्यवस्थित स्वरूप देने का महत्वपूर्ण कार्य  गिडियन टुरी द्वारा किया गया।

 


होम्स ने अनुवाद अध्ययन को दो मुख्य क्षेत्रों में विभाजित किया है : 1. विशुद्ध अनुवाद अध्ययन (Pure Translation Studies), एवं 2. अनुप्रयुक्त अनुवाद अध्ययन (Applied Translation Studies)।

विशुद्ध अनुवाद अध्ययन के अंतर्गत हम अनुवाद का सैद्धांतिक एवं विवरणात्मक अथवा वर्णनात्मक अध्ययन को रखते हैं तथा अनुप्रयुक्त अनुवाद अध्ययन के तहत अनुवाद का प्रायोगिक पक्ष जैसे 1. अनुवाद प्रशिक्षण (Translator Training), 2. अनुवाद के साधन-उपकरण (Translation aids) एवं 3. अनुवाद समीक्षा (Translation criticism) आता है।

सैद्धांतिक अनुवाद अध्ययन को सामान्य और आंशिक सिद्धांत में विभाजित किया जाता है। विवरणात्मक अथवा वर्णनात्मक अध्ययन को परीक्षण के आधार पर तीन संभावित क्षेत्र उन्मुख अध्ययन सम्मिलित है – 1. उत्पाद उन्मुख (Product oriented) 2. प्रक्रिया उन्मुख (Process oriented) एवं, 3. प्रकार्य उन्मुख (Function oriented) । उत्पाद उन्मुख वर्णनात्मक अनुवाद अध्ययन में हम विभिन्न अनूदित कार्यों का अध्ययन करते हैं। इसमें किसी एक स्रोत भाषा एवं लक्ष्य भाषा के मध्य विभिन्न अनुवादों के अध्ययन से अनुवाद अध्ययन के इतिहास को समझने में सहायता मिल सकती है। प्रक्रिया उन्मुख वर्णनात्मक अनुवाद अध्ययन में अनुवाद के दौरान होने वाली मानसिक प्रक्रियाओं का अध्ययन होता है। इसमें अनुवादक के मानस पटल पर क्या क्रियाएँ होती हैं, इसका विश्लेषण होता है। अनुवाद प्रक्रिया को सही से समझने के लिए इसका समुचित अध्ययन आवश्यक है। प्रकार्य उन्मुख वर्णनात्मक अनुवाद अध्ययन में अनूदित पाठ का लक्ष्य भाषा के समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है, इसका विश्लेषण होता है। इसे हम समाज-अनुवाद अध्ययन या संस्कृति उन्मुख अनुवाद अध्ययन के अंतर्गत रख सकते हैं। इसमें मूलत: यह देखा जाता है कि अनूदित पाठ का लक्ष्य भाषा के पाठकों या समाज पर कैसे प्रभाव पड़ता है; अनूदित पाठ किस प्रकार और कहाँ तक अपने अनुवाद के उद्देश्यों को पूरा करने में सफल है।

सैद्धांतिक अनुवाद के आंशिक अध्ययन के अंतर्गत हम माध्यम केंद्रित (medium restricted), क्षेत्र केंद्रित (area restricted), रैंक केंद्रित (rank restricted), पाठ-प्रकार केंद्रित (text type restricted), समय केंद्रित (time restricted) एवं समस्या केंद्रित (problem restricted) का अध्ययन करते हैं।  माध्यम केंद्रित अनुवाद अध्ययन में हम मानव अथवा मशीन/यंत्र द्वारा किए गए अनुवाद का अध्ययन करते हैं। इसमें हम अनुवाद के लिखित या मौखिक माध्यमों की चर्चा कर सकते हैं और यदि मौखिक है तो उसके प्रकार युगपत और कालक्रमिक भाषांतरण का अध्ययन कर सकते हैं। क्षेत्र केंद्रित अनुवाद अध्ययन में किसी भाषा विशेष या भाषा परिवार से जुड़े अनुवाद पर काम किया जाता है। यह भाषाओं के मध्य व्यतिरेकी अध्ययन से काफी हद तक समान है। रैंक केंद्रित अनुवाद अध्ययन में भाषायी रैंक शब्द, वाक्य आदि विभिन्न रैंकों पर अनुवाद का विश्लेषण होता है।  पाठ-प्रकार केंद्रित अनुवाद अध्ययन में पाठ की विधा यथा साहित्य, तकनीक, वैज्ञानिक, व्यावसायिक आदि के आधार पर अध्ययन किया जाता है। यह कैथरीना रीस और हैंस जोजेफ वरमीर के कार्यों के पश्चात ज्यादा प्रासंगिक हो गया। समय केंद्रित अनुवाद अध्ययन में हम किसी विशेष काल, युग के संदर्भ में अनुवाद का अध्ययन करते हैं। इसमें अनुवाद का इतिहास भी शामिल है।  समस्या केंद्रित अनुवाद अध्ययन में हम कुछ विशेष बिंदुओं अथवा समस्याओं पर अपने अध्ययन को केंद्रित करते हैं। उदाहरण के लिए विश्वसनीयता और समतुल्यता का प्रश्न अनुवाद अध्ययन में काफी उठता रहा है। इनको केंद्र में रखकर या इसी तरह की किसी समस्या को केंद्र में रखकर किया जाने वाला अध्ययन समस्या केंद्रित अनुवाद अध्ययन के अंतर्गत आता है।

जैसा कि हम पहले देख चुके हैं कि अनुप्रयुक्त अनुवाद अध्ययन के तहत अनुवाद का प्रायोगिक पक्ष -- 1. अनुवाद प्रशिक्षण (Translator Training), 2. अनुवाद के साधन-उपकरण (Translation aids) एवं 3. अनुवाद समीक्षा (Translation criticism) आते हैं ।  अनुवाद प्रशिक्षण के अंतर्गत अनुवाद के शिक्षण मूल्यांकन प्रविधि, अनुवाद परीक्षण तकनीक एवं अनुवाद के पाठ्यक्रम निर्माण आदि विषय क्षेत्र आते हैं। अनुवाद के उपकरण में सूचना प्रौद्योगिकी की एप्प, शब्दकोश एवं व्याकरण आदि का अध्ययन एवं विकास शामिल है।  अनुवाद समीक्षा में अनूदित पाठ का पुनरवलोकन, मूल्यांकन एवं समीक्षा सम्मिलित है। सूचना प्रौद्योगिकी के अंतर्गत अनुवाद हेतु विकसित सॉफ्टवेयर, ऑनलाइन डेटाबेस एवं इंटरनेट का प्रयोग आदि का अध्ययन एवं विकास शामिल है।

इस प्रकार, होम्स-टुरी मानचित्र अनुवाद अध्ययन का समेकित चित्र प्रस्तुत करता है। इससे अनुवाद अध्ययन के विभिन्न पक्षों का पता चलता है।

 

अधिक जानकारी हेतु निम्न लिंक पर जाएँ :

https://en.wikipedia.org/wiki/James_S._Holmes

https://en.wikipedia.org/wiki/Gideon_Toury

https://at.tumblr.com/sriniket/709262122074439680/wytss324vobt

https://sriniket.blogspot.com/2023/02/holmes-toury-map.html